महिला सशक्तीकरण विशेषांक,प्रीति श्रीवास्तव ,जौनपुर
महिला सशक्तीकरण विशेषांक,प्रीति श्रीवास्तव ,जौनपुर
*👩👩👧👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक-179*
*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
(दिनाँक- 25 दिसम्बर 2019)
*नाम-प्रीति श्रीवास्तव*
पद- सहायक अध्यापक
विद्यालय-पू. मा. विद्यालय रन्नो, बक्शा, जौनपुर
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*
👉
*सियाह रात नहीं नहीं लेती नाम ढलने का*
*यही तो वक्त है सूरज तेरे तेरे निकलने का*
प्रीति श्रीवास्तव (स.अ.)
प्रथम नियुक्ति -14.12.02
प्रा वि लालानगर, औराई
जनपद भदोही
वर्तमान नियुक्ति - 19.09.13
पू. मा. विद्यालय रन्नो
बक्शा, जौनपुर
मुझे
शुरू से ही अध्ययन-अध्यापन पसंद था सौभाग्य से मेरी इच्छा फलीभूत हुई 2002
में भदोही जनपद मे प्रा. वि. लालानगर में स.अ. पद पर नियुक्ति के साथ जहां
पर पहले ही दिन से मैंने बच्चों में बदलाव के संभावित उपायों पर काम करना
प्रारंभ कर दिया| कक्षा-कक्ष की गतिविधियों में नवीन उपायों पर प्रयोग करते
हुए योग करने, कठपुतली के माध्यम से कविता कहानी सुनाने, संगीत के साथ
रंगोली एवं कला क्राफ्ट इत्यादि बनाने को प्रेरित किया |प्रारंभ से ही मैं
प्रार्थना सभा में योग एवं शिक्षण अवधि में समय सारणी को महत्वपूर्ण स्थान
देती हूं |
मेरी वर्तमान नियुक्ति पू.मा.वि. रन्नों में स.अ. के
पद पर है जहां प्रतिकूलता एवं अभाव को अपने प्रयास से अनुकूलता एवं संभावना
में बदलने की आगे बढ़कर पहल करते हुए निरंतरता के साथ विद्यालय के परिवेश
एवं कक्षा कक्ष में सकारात्मक परिवर्तन दिखे इस हेतु परिवर्तनशील हूं |
*मेरे प्रयास एवं प्राप्त प्रोत्साहन*
1- नवाचार युक्त शिक्षा को बढ़ावा |
2-जनपद मे सर्वप्रथम समर कैंप का आयोजन कर बच्चों को विद्यालय के प्रति आकर्षित किया |
3-विद्यालय
की दीवारों को आकर्षक रूप देने के लिए स्वयं के पैसे से एक पहल के रूप में
पेंट ब्रश लाकर चित्रांकन किया जिससे बच्चों ने खूब पसंद किया है|
4-सप्ताह के हर दिन अलग अलग प्रार्थना प्रेरक गीत प्रारंभ किया|
5-बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ-साथ एकाग्रता हेतु योग एवं प्राणायाम का सतत अभ्यास |
6-बच्चों को उनकी अपनी दैनिक कार्य योजना बनाने एवं गृह कार्य के प्रति ललक जागृत किया |
7-सेवित
गांव में अभिभावक संपर्क के दौरान सरकारी विद्यालय की अच्छाइयों एवं निजी
विद्यालय की शिक्षा एवं शिक्षक से अपने विद्यालय की तुलना करा कर नामांकन
वृद्धि |
8-हरीतिमा एवं पर्यावरण के प्रति लगाव से विद्यालय प्रांगण को पेड़ पौधों से सुसज्जित किया |
9-कबाड़ से कबाड़ से जुगाड़ के तहत प्लास्टिक बोतल को यूज करते हुए इसका प्रयोग फुलवारी की क्यारियों में गमले की तरह किया |
10-बच्चों में कला एवं संगीत के प्रति अभिरुचि बढ़ाने हेतु सांस्कृतिक क्लब की स्थापना की |
11-बच्चों
का सर्वश्रेष्ठ निकल कर आए और दूसरे सहपाठी प्रेरित हो इस हेतु क्राफ्ट
चित्रकला पोस्टर रंगोली मेहंदी प्रतियोगिता कराई तथा पुरस्कृत किया|
12-कठपुतली
द्वारा शिक्षण करते हुए कक्षा कक्ष के वातावरण को रुचिकर एवं आकर्षक बनाया
स्वयं के पैसे से प्रोजेक्टर खरीद कर आईसीटी युक्त शिक्षा से कक्षा कक्ष
को रुचिकर बनाया जिससे विद्यालय में बच्चों का नामांकन और ठहराव बढॆ |
13-पाठय पुस्तक की कविताओ को सन्गीतबद्ध कर उन्हे बच्चों को सिखाना |
14-बाल संसद का निर्माण कराकर बच्चों को विद्यालय में उनके अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया |
15-संगीत सिखाने हेतु स्पीकर प्रार्थना के फ्लेक्स एवं आकर्षक टी एल एम का प्रयोग किया जा रहा है |
16-बच्चों से मित्रवत स्नेहिल व्यवहार कर उनकी झिझक खत्म की एवं बालिकाओं की समस्या समाधान में सहायक बनी |
17-विद्यालय को red-tape मुहिम से जोड़ा |
18-ई.एल.टी.आई.
, मीना मंच,संवाद, हेल्थ एंड हाइजीन समेत अनेक प्रशिक्षण में प्रतिभाग
करते हुए बतौर मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित किया है
वर्तमान समय में निष्ठा के तहत SRP के रूप मे प्रशिक्षण दे रही हूं |
19- राज्य स्तरीय लर्निंग आउटकम प्रतियोगिता में विजेता रही |
20-सी.सी.आर.टी.
नई दिल्ली में आयोजित प्रशिक्षण में जनपद की तरफ से उ.प्र.टीम में
प्रतिभाग एवं सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु पुरस्कृत की गई |
मेरी
सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि बदले हुए परिवेश और रुचिकर, आनंदमयी वातावरण
में बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और मुझे मेरे विद्यालय के समस्त स्टाफ
का पूर्ण सहयोग समर्थन एवं प्रोत्साहन मिलता है |
*हजार बर्क गिरे लाख आंधियां उठे*
*वो फूल खिल के रहेंगे जो खेलने वाले हैं*
_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*
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